खजूर खाने के नुकसान Side Effects of Dates
खजूर एक पौष्टिक ड्राई फ्रूट है। अंग्रेजी में इसे डेट्स हैं। इसे खाने से कमजोरी दूर होती है। शरीर में ताकत आती है। खजूर खाने से हिचकी बुखार, कफ, बेहोशी,प्रमेह, मूत्र रोग, रक्तपित्त, अस्थमा, पित्त के...
View Articleखजूर के पुरुषों के लिए फायदे Health Benefits of Dates for Men
खजूर यानी डेट्स (फीनिक्स डैक्टिलिफेरा) बहुत पौष्टिक मीठा ड्राई फ्रूट है जिसे खाने से शरीर को ताकत मिलती है। खजूर में करीब 80% चीनी होती है। इसमें तांबा, सल्फर, लोहा, विटामिन ए, बी, मैग्नीशियम और...
View Articleकालीजीरी के फायदे Benefits of Kali Jeeri (Kalijiri)
कालीजीरी, सेंट्राथरम ऐनथेलमिंटिकम या वरनोनिया ऐनथेलमिंटिकम के बीज है। यह एस्टेरेसिया परिवार का सदस्य है। यह जीरे से बिलकुल अलग है। इसे दवाई की तरह से इस्तेमाल करते हैं लेकिन इसका प्रयोग मसाले की तरह से...
View Articleफिटकरी Alum के क्या है तथा इसके फायदे और नुकसान
फिटकरी एक एक बहुत ही प्राचीन दवा है तथा यह एलम, एल्यूमिनियम युक्त डबल सल्फेट्स है. इसे इंग्लिश में एलम कहते है. साधारण फिटकरी का रासायनिक नाम पोटेशियम एल्युमिनियम सल्फेट KAl(SO4)2.12H2O होता है. इसे...
View Articleपतंजलि यौवन गोल्ड प्लस कैप्सूल फायदे, साइड इफेक्ट्स और कब नहीं लें
यौवन गोल्ड प्लस कैप्सूल Patanjali Youvan Gold Plus Capsules पुरुषो के लिए है। यह पतंजलि ब्रांड का एक आयुर्वेदिक उत्पाद है। यह दवा शरीर की यौन शक्ति को बढ़ावा देने और यौन सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करती...
View Articleकिडनी फेलियर के मुख्य लक्षण जानिए हिंदी में
कई बहुत से लोगों को को गुर्दे की बीमारी होती है लेकिन उन्हें पता ही नहीं चलता जब तक कि बहुत देर न हो चुकी हो। कई बीमारियों के विपरीत, गुर्दे की बीमारी में अक्सर कोई लक्षण नहीं होता है। इस कारण लोगों को...
View Articleपतंजलि मुक्ता पिष्टी के फायदे, नुकसान कीमत और अन्य जानकारी
पतंजलि मुक्ता पिष्टी को शुद्ध मुक्ता (पर्ल) और रोज़वाटर से बनाया गया है। पर्ल या मोती, चिकना, स्पष्ट, वजन में हल्का, सुखदायक, गोल, और सफ़ेद रंग का होता है तथा इसे जीवन में बाधाओं को दूर करने में मदद...
View Articleपतंजलि अभ्रक भस्म Patanjali Abhrak Bhasma
अभ्रक भस्म को विभिन्न रोगों में दवा की तरह से इस्तेमाल किया जाता है। इसके सेवन से धातु की वृद्धि होती है, अंगों को ताकत मिलती है, एवं वीर्य बढ़ाता है। पुरुषों में इसके सेवन से मैथुन करने की शक्ति बढती...
View Articleनाग भस्म के फायदे और नुकसान
भस्म पारंपरिक आयुर्वेद की वे दवाएं हैं जिन्हें धातु के थर्मल ट्रीटमेंट प्रोसेस से प्राप्त किया जाता है। इसमें धातु का डिटॉक्सिफिकेशन शुद्धिकरण, थर्मल अपघटन, किया जाता है जिससे धातु के ऑक्साइड या...
View Articleकांस्य भस्म के फायदे, उपयोग और नुकसान
धातुओं को प्राचीन काल से चिकित्सकीय एजेंट के रूप में प्रयोग किया जाता रहा है। कांसा एक महत्वपूर्ण मिश्र धातु है, जो ताम्र (कॉपर) और वंग (टिन) से बनी है। इसे ब्रोंज, बेल धातु या कांस्य के रूप में जाना...
View Articleलिंग की शिथिलता का आयुर्वेदिक उपचार
लिंग की शिथिलता या इरेक्शन होने में असफलता (ईडी) वह समस्या है जिसमें पुरुष सेक्स के दौरान इन्द्रिय में कड़ापन नहीं बनाए रख पाता। यह एक आम समस्या है, खासकर 40 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में। ईडी के इलाज...
View Articleमहावात विध्वंसन रस का उपयोग
महावत विध्वंसन रस एक शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवाई है जिसे गंभीर और कठिनाई से ठीक होने वाले वात विकारों जैसे कि असामान्य तंत्रिकादर्द, मिर्गी, पक्षाघात, गठिया, रूमेटोइड गठिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस, पुराने...
View Articleसहदेवी का पौधा की जानकारी और लाभ
वर्नोनिया सिनेरेआ Vernonia cinerea का हिंदी नाम सहदेवी है। यह एक औषधीय पौधा है तथा औषधीय प्रयोग के लिए पूरे ही पौधे को सुखा आकर इस्तेमाल किया जाता है। यह पौधा एस्टरेसिया फैमिली का है और 12-75 सेमी...
View Articleकर्पूरासव के फायदे, नुक्सान, खुराक और अन्य जानकारी | Karpurasava in Hindi
कर्पूरासव Karpoorasava (Karpurasava) मुख्य रूप से विसूचिका और अतिसार की चिकित्सा की दवा है। इस दवा का प्रमुख घटक देसी कपूर है। कर्पूरासव को कुछ बूंदों की मात्रा में लेते है। इसकी 5 से 10 बूंदों को...
View Articleचन्दनासव के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस
चन्दनासव, शुक्रमेह, पेशाब में जलन, हृदय रोग, ताकत की कमी, इम्युनिटी की कमी, वज़न गिरना, पाचन की कमजोरी आदि में दी जाने वाली आयुर्वेदिक दवा है। चंदनासव एक स्वास्थ्य टॉनिक है। इस दवा तासीर में ठंडी है और...
View Articleताम्र भस्म के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस
ताम्र भस्म को तांबे जिसे इंग्लिश में कॉपर कहते हैं, से तैयार एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे जलोदर, लिवर रोग, अस्थमा, खून की कमी, पुराने श्वशन के रोग, लिवर स्प्लीन बढ़ जाना, पीलिया, खून की कमी, कोलेस्ट्रॉल का...
View Articleजानिये ताम्र भस्म के नुकसान
आयुर्वेद में धातुओं की भस्म का अत्यधिक महत्व है और आयुर्वेदिक फोर्मुलों में इनका काफी प्रयोग किया जाता है। तांबे के पाउडर, छोटे टुकड़े, या बहुत पतली चादरों के रूप में कॉपर, ताम्र भस्म बनाने की...
View Articleएल्यूमीनियम के बर्तन में खाना क्यों नहीं पकाएं
समय के साथ नए प्रकार के बर्तनों ने भी किचन में जगह ले ली है। आजकल बहुत से लोग खाना पकाने के लिए एल्यूमीनियम या हिंडलियम (एल्यूमीनियम मैग्नीशियम, मैंगनीज, क्रोमियम और सिलिकॉन इत्यादि के मिश्र धातु) से...
View Articleप्रवाल पिष्टी तथा प्रवाल भस्म के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस
प्रवाल पिष्टी तथा प्रवाल भस्म को मूंगे (अंग्रेजी में कोरल) से तैयार किया जाता है और दोनों में ही एक जैसे गुण पाए जाते हैं। पिष्टी को बनाने में आग का प्रयोग नहीं होता जबकि भस्म आग के इस्तेमाल से बनती...
View Articleलूझ (लूज़ सिरप) उपयोग, साइड-इफेक्ट्स और कब नहीं लें
लूझ (लूज़ सिरप) को जीर्ण या बार बार होने वाली कब्ज, हेपेटिक एन्सेफेलोपैथी, जिगर की विफलता की वजह से असामान्य मस्तिष्क कार्य और अन्य स्थितियों के उपचार के में प्रयोग किया जाता है। लूज़ सिरप में...
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