अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के अजमल खां तिब्बिया कॉलेज की दिमागीन Dimagheen in Hindi एक यूनानी मेडिसिन है। जैसा की नाम से ही पता चलता है, यह दवा दिमाग के के लिए है। यह टॉनिक जड़ी-बूटियों से तैयार है और शरीर की शक्ति और मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाती है। दिमागीन सभी उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है। यह स्वादिष्ट, ऊर्जा और विटामिन से भरा है।
यूनानी चिकित्सा पद्धति भी आयुर्वेद की ही तरह बहुत सी जड़ी बूटियों का इस्तेमाल होता है। यह दवा भी जड़ी बूटियों पर बेस्ड ब्रेन टॉनिक है। यह थकान, आलस्य, तनाव और अवसाद को कम करने के लिए फायदेमंद है।
यह हर्बल टॉनिक मेडिसिन है जिसे खाने से दिमाग तेज होता है। यह मानसिक काम करने वाले लोगों जैसे शिक्षक, छात्र, इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, आदि के लिए उपयोगी है। यह दिमाग की थकान और आलस को कम करने में मदद करता है। यह हृदय और मस्तिष्क की फिटनेस बनाए रखने में मददगार है। यह सिरदर्द, नींद आना, याददाश कमजोर होना आदि में फायदेमंद है।
दवा के बारे में इस पेज पर जो जानकारी दी गई है वह इसमें प्रयुक्त जड़ी-बूटियों के आधार पर है। हम इस प्रोडक्ट को एंडोर्स नहीं कर रहे। यह दवा का प्रचार नहीं है। हमारा यह भी दावा नहीं है कि यह आपके रोग को एकदम ठीक कर देगी। यह आपके लिए फायदेमंद हो भी सकती हैं और नहीं भी। दवा के फोर्मुलेशन के आधार और यह मानते हुए की इसमें यह सभी द्रव्य उत्तम क्वालिटी के हैं, इसके लाभ बताये गए हैं। मार्किट में इसी तरह के फोर्मुले की अन्य फार्मसियों द्वारा निर्मित दवाएं उपलब्ध हैं। इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें। हमारा उद्देश्य दवा के लेबल के अनुसार आपको जानकारी देना है।
Amu Dawakhana Dimagheen is an brain tonic for the working class people as well as students. It improves the memory, helps in reducing tiredness and laziness after mental or physical work. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.
- दवा का नाम: Amu Dawakhana Dimagheen
- निर्माता: Amu Dawakhana
- उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
- दवाई का प्रकार: हर्बल यूनाई दवाई
- मुख्य उपयोग: दिमाग की पॉवर बढ़ाना
- मुख्य गुण: मेद्य रसायन
- मूल्य MRP: Dimagheen Brain Tonic 380 gram @ Rs. 154.00
दिमागीन के घटक Ingredients of Dimagheen
प्रत्येक 20 ग्राम या एक डोज़ में
- आंवला Emblica officinalis (AMLA SABZ) 10 gram
- संखाहुली SANKHAHOLI Evolvulus alsinoides 100 mg
- ब्राह्मी बूटी Centella asiatica (BRAHMI BOOTI; MANDOOKAPARNI) 100 mg
- जड़वार शीरीन Delphinium denudatum (JAD WAR SHIREEN) 10 mg
- उड़ सलीब Paonia emodii (UOOD SALEEB) 10 mg
- मस्तगी रूमी Mastagi Roomi (Pistacia Lentiscus) 10 mg
- अर्क गुलाब Rosa damascena (ARQ GULAB) 0.16 mg
- अर्क केवड़ा Pandanus odoratissimus (ARQ KEORA) 0.16 mg
- चीनी और रंग Sugar and colouring qs
आंवला
आयुर्वेद के अनुसार आंवला का सेवन करने से शरीर का कायाकल्प हो जाता है और शरीर की धातुएं पुष्ट हो जाती हैं। यह रसायन कहा जाता है और विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत है। इसके साथ ही, इसमें खनिज, पॉलीफेनोल, लोहा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर भी शामिल हैं। यह शरीर में जलन, सनसनी, और पित्त संबंधी पाचन संबंधी समस्याएं में फायदे मंद है। यह शरीर में गर्मी को कम करता है और नकसीर फूटना, ब्लीडिंग डिसऑर्डर और पेट के अल्सर में फायदा करता है।
ब्राह्मी
ब्राह्मी स्वाद में कड़वी, गुण में लघु है। स्वभाव से यह शीत है और मधुर विपाक है। वीर्य का अर्थ होता है, वह शक्ति जिससे द्रव्य काम करता है। आचार्यों ने इसे मुख्य रूप से दो ही प्रकार का माना है, उष्ण या शीत। शीत वीर्य औषधि के सेवन से मन प्रसन्न होता है। यह जीवनीय होती हैं। यह स्तम्भनकारक और रक्त तथा पित्त को साफ़ / निर्मल करने वाली होती हैं।
- रस (taste on tongue): कड़वी, मधुर
- गुण (Pharmacological Action): लघु
- वीर्य (Potency): शीत
- विपाक (transformed state after digestion): मधुर
- दोष: त्रिदोष संतुलित करना
विपाक का अर्थ है जठराग्नि के संयोग से पाचन के समय उत्पन्न रस। इस प्रकार पदार्थ के पाचन के बाद जो रस बना वह पदार्थ का विपाक है। शरीर के पाचक रस जब पदार्थ से मिलते हैं तो उसमें कई परिवर्तन आते है और पूरी पची अवस्था में जब द्रव्य का सार और मल अलग हो जाते है, और जो रस बनता है, वही रस उसका विपाक है। मधुर विपाक, भारी, मल-मूत्र को साफ़ करने वाला होता है। यह कफ या चिकनाई का पोषक है। शरीर में शुक्र धातु, जिसमें पुरुष का वीर्य और स्त्री का आर्तव आता को बढ़ाता है। इसके सेवन से शरीर में निर्माण होते हैं।
ब्राह्मी विशेष रूप से दिमाग के लिए फायदेमंद है। यह एक नर्वस टॉनिक, शामक, कायाकल्प, एंटीकनवेल्सेट और सूजन दूर करने वाली औषध है। आयुर्वेद में, ब्राह्मी को भावनात्मक तनाव, मानसिक थकान, स्मृति का नुकसान, और वात विकार को कम करने के लिए दिया जाता है। यह मस्तिष्क के कार्यों, स्मृति और सीखने को बढ़ावा देती है यह मिर्गी, दौरे, क्रोध, चिंता और उन्माद में लाभप्रद है।
संखाहुली
- संखाहुली मानसिक दुर्बलता और मनोभ्रंश को ठीक करने वाली दवाओं में से एक है।
- यह तंत्रिका तंत्र के विकारों का इलाज करती है। यह चिंता, अवसाद, दर्द, अनिद्रा, मिर्गी और फिट बैठता है में रिलीफ देता है। यह तनाव कम कर देता है। यह घबराहट के कारण पाचन तंत्र में मदद करता है।
- संखाहुली में रेचक व कामोत्तेजक गुण है। यह प्रजनन प्रणाली को मजबूत कर ता है।
- यह सबसे सामान्य जड़ी-बूटियों में से एक है जिसे एक सामान्य टॉनिक और पुनर्योजी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
दिमागीन के लाभ/फ़ायदे Benefits of Dimagheen
- यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो मानसिक कार्य और शारीरिक श्रम करते हैं।
- यह मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाता है।
- यह थकान और आलस को दूर करता है।
- यह स्मृति शक्ति की कमी और एकाग्रता की कमी में लाभप्रद है।
- यह शारीरिक फिटनेस बनाए रखने में मददगार है।
- यह हृदय, मस्तिष्क और नसों को पुनर्जीवित करता है।
- यह सिरदर्द, नींद नहीं आना, और दृष्टि की कमजोरी में भी फायदेमंद है।
- इसका प्रयोग शरीर में ठंडक देता है।
- यह नेत्रों के लिए हितकर है।
- यह प्राकृतिक है और किसी के भी द्वारा इस्तेमाल करने के लिए सुरक्षित है।
- यह वात, पित्त, और कफ को संतुलित करती है और त्रिदोषनाशक है।
दिमागीन के चिकित्सीय उपयोग Uses of Dimagheen
यह दवा मेधा को बढ़ाने वाली वनस्पतियों से बनी है। इस दवा में कई खनिज भी है जो इसके प्रभाव और पूरे शरीर पर अच्छा प्रभाव डालते हैं। यह दवा याद्दशत, concentration, और अवसाद आदि में लाभकारी है।
इसका प्रयोग निम्न में फायदेमंद है:-
- अनिद्रा
- अपस्मार (Epilepsy)
- अल्जाइमर और पार्किंसंस रोग Alzimer’s and Parkinson diseases
- अवसाद, तनाव
- अस्पष्ट भाषा (Incoherent speech)
- आसानी से चीजों को भूल जाने की आदत
- उम्र या तंत्रिका तंत्र nervous system से संबंधित किसी भी अन्य बीमारी के कारण memory loss
- चिडचिडा स्वाभाव, दौरे एपिलेप्सी epilepsy
- ज्यादा सपने आना, घबराहट, तनाव, चिंता और अवसाद Stress, anxiety and depression
- दुर्घटना या चोट के बाद मस्तिष्क संबंधी समस्या
- पुराने सिरदर्द migraine, नींद से जुड़ी समस्या, अनिद्रा insomnia
- मस्तिष्क संबंधी बीमारियां Problems related to brain
- मानस रोग (Mental disorders)
- मानसिक थकान
- मानसिक विकार
- याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने के लिए
- सिर में दर्द
- स्ट्रेस,चिंता और अवसाद
- स्मरण शक्ति की कमी
- स्वर को उत्तम करने के लिए
- स्वर विकार (Aphasia)
- हकलाना, तुतलाना
सेवन विधि और मात्रा Dosage of Dimagheen
- 1-2 चम्मच दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
- एक दिन में 20 ग्राम ले सकते हैं।
- इसे दूध, पानी के साथ लें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
दिमागीन के इस्तेमाल में सावधनियाँ Cautions
यह एक टॉनिक है और इसे लेना पूरी तरह से सुरक्षित है।
दिमागीन के साइड-इफेक्ट्स Side effects
निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
दिमागीन को कब प्रयोग न करें Contraindications
- इसे बताई मात्रा से अधिकता में न लें।
- यदि दवा से किसी भी तरह का एलर्जिक रिएक्शन हों तो इसका इस्तेमाल नहीं करें।
- इसमें चीनी है इसलिए इसे डायबिटीज में नहीं लें।